शनिवार, 17 अगस्त 2024

जब जब भी महाभारत होगा

बहुत साल पहले की बात है 
भारत में महाभारत हुआ था 
भाईयो ने भाईयो को दुत्कारा था 
तो भाईयो ने भाईयो को मारा था 

जमीन लाशों से पटी थी 
बचे थे बच्चे और विधवाएं 
युद्ध भूमि में रोए थे युधिस्ठिर 
किस पर राज करूं? इनपर !.

कल्पी थी तब द्रौपदी 
ये मैने क्या कर दिया 
कैसे आंख मिलाऊं मैं 
अपनो की विधवाओं से 

जब जब भी महाभारत होगा 
यही होता रहेगा तब तब 
जमीं की भूख नहीं मिटेगी 
लाशों से, न प्यास खून से 

इसलिए रोक सको तो रोको 
किसी भी अट्टहास को 
जमीन की भूख को 
और कैसी भी धूत क्रीड़ा को 

तोड़ दो हर उस सपने को 
जो तानाशाह बनाता हो 
रोक लो हर उस कदम को 
जो युद्ध भूमि को जाता हो ।
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आज वालो से :

ये तो बताये कि महाभारत की याद में
कौन सा विभीषिका दिवस मनाए 
महाभारत की याद में कौन सा झंडा फहराये 
महाभारत की याद में कौन सी रूदाली गाए  ?

रविवार, 11 अगस्त 2024

फिर भी कर लेते सब कुछ!

क्या तुम 
कहीं-भी, किसी के भी सामने 
पैंट की जिप खोल देते हो?
सड़क! बाज़ार! पार्क! 
या अपने घर में भी!

कैसे ऐसा कर पाते हो,
जब बलात्कार करते हो?
कुछ लोग ऐसा कर सकते हैं
तुम्हारे किसी अपने के साथ भी 

क्या यह उस वक़्त मन में आता है?
फिर भी कर लेते सब कुछ!