क्या कोई सत्ता
और
न्याय मिलकर
ऐसी नई सज़ाये
शुरु कर सकते है ?
जीभ काट देने की सज़ा ?
आंख फोड देने की सज़ा ?
कलम तोड़ देने की सज़ा ?
कीबोर्ड हटा देने की सज़ा?
अक्षर खत्म कर देने की सज़ा ?
अशिक्षित रहने की सज़ा ?
दिमाग निकाल लेने की सज़ा ?
वो सत्ता किसकी होगी
वो न्याय किसका होगा
आतंकित है मानवता
उसकी कल्पना से भी
उसकी सम्भावना से भी ।
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