मंगलवार, 10 सितंबर 2024

वो चीखती रही तुम चीरते रहे

जब तुम लौट कर घर जाते 
और पुकारते ही अपनी बेटी को 
आजा बेटी कैसी हो पापा की बेटी 
पर वो भी किसी पापा की बेटी थी 

कहते हो अपनी बहन से 
बहना जरा पानी पिला दे 
और चाय भी बन दे
जब तुम लौट कर घर जाते 
और पुकारते ही अपनी बेटी को 
आजा बेटी कैसी हो पापा की बेटी 
पर वो भी किसी पापा की बेटी थी 

कहते हो अपनी बहन से 
बहना जरा पानी पिला दे 
और चाय भी बन दे
पर वो भी तो किसी की बहन थी 

कहते हो अपनी मां से 
मां बड़ी भूख लगी है 
वो भी तो किसी की मां बनी होती 

कैसे कर लेते हो कन्या पूजन 
वो भी तो कन्या ही थी 
कैसे कर लेते देवी की पूजा 
वो भी तो देवी ही थी 

हा वो,हा वो ! 
जिसे थोड़ी पहले तुम रौंद कर आए हो 
अपने जैसे ही राक्षस दोस्तो के साथ 
वो भी पुकार रही थी 
कोई मुझे बचा लो 
कोई तो मेरा भाई बन जाओ 

पर क्या हुआ था तुम लोगो 
नही सुनी थी उसकी चीख 
वो चीखती रही और तुम चीरते रहे ।

कहते हो अपनी मां से 
मां बड़ी भूख लगी है 
वो भी तो किसी की मां बनी होती 

कैसे कर लेते हो कन्या पूजन 
वो भी तो कन्या ही थी 
कैसे कर लेते देवी की पूजा 
वो भी तो देवी ही थी 

हा वो,हा वो ! 
जिसे थोड़ी पहले तुम रौंद कर आए हो 
अपने जैसे ही राक्षस दोस्तो के साथ 
वो भी पुकार रही थी 
कोई मुझे बचा लो 
कोई तो मेरा भाई बन जाओ 

पर क्या हुआ था तुम लोगो 
नही सुनी थी उसकी चीख 
वो चीखती रही और तुम चीरते रहे ।

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