जब तुम लौट कर घर जाते
और पुकारते ही अपनी बेटी को
आजा बेटी कैसी हो पापा की बेटी
पर वो भी किसी पापा की बेटी थी
कहते हो अपनी बहन से
बहना जरा पानी पिला दे
और चाय भी बन दे
जब तुम लौट कर घर जाते
और पुकारते ही अपनी बेटी को
आजा बेटी कैसी हो पापा की बेटी
पर वो भी किसी पापा की बेटी थी
कहते हो अपनी बहन से
बहना जरा पानी पिला दे
और चाय भी बन दे
पर वो भी तो किसी की बहन थी
कहते हो अपनी मां से
मां बड़ी भूख लगी है
वो भी तो किसी की मां बनी होती
कैसे कर लेते हो कन्या पूजन
वो भी तो कन्या ही थी
कैसे कर लेते देवी की पूजा
वो भी तो देवी ही थी
हा वो,हा वो !
जिसे थोड़ी पहले तुम रौंद कर आए हो
अपने जैसे ही राक्षस दोस्तो के साथ
वो भी पुकार रही थी
कोई मुझे बचा लो
कोई तो मेरा भाई बन जाओ
पर क्या हुआ था तुम लोगो
नही सुनी थी उसकी चीख
वो चीखती रही और तुम चीरते रहे ।
कहते हो अपनी मां से
मां बड़ी भूख लगी है
वो भी तो किसी की मां बनी होती
कैसे कर लेते हो कन्या पूजन
वो भी तो कन्या ही थी
कैसे कर लेते देवी की पूजा
वो भी तो देवी ही थी
हा वो,हा वो !
जिसे थोड़ी पहले तुम रौंद कर आए हो
अपने जैसे ही राक्षस दोस्तो के साथ
वो भी पुकार रही थी
कोई मुझे बचा लो
कोई तो मेरा भाई बन जाओ
पर क्या हुआ था तुम लोगो
नही सुनी थी उसकी चीख
वो चीखती रही और तुम चीरते रहे ।
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