बैंड बजाने वाले लोग और उस पर कमर हिलाने वाले लोग
भारी भारी रोशनी उठाने वाले लोग और उसमें नहाने वाले लोग
कूड़ा उठाने वाले लोग और कूड़ा फैलाने वाले लोग
जूठन खाने वाले लोग और जूठन बचाने वाले लोग
मेहनत से कमाने वाले लोग और पैसा लुटाने वाले लोग
मुश्किल से शरीर छुपाने वाले लोग और कपड़े में सब दिखाने वाले लोग
खुद को बेच खाने वाले लोग और वहा आने जाने वाले लोग
अन्न उगाने वाले लोग और उसे छिपाने वाले लोग
जी भारत में इनका दो भारत है ।
इनके बीच में एक शांत महाभारत है ।
कब पाञ्चजन्य की आवाज गूंजेगी और
कब कोई कृष्ण उपदेश देंगे कि लड़ाई हक की है , लड़ाई अपनो से पर हक छीनने वालो से है
उठो बस अपना हक मांग लो और न मिले तो अधिकार है तुम्हारा की छीन लो ।।
एक भारत में दो भारत नहीं चलेगा
महाभारत होगी और फिर एक भारत होगा ।
पर युद्ध से पहले शांति ,सहयोग और सहृदयता का उपदेश दिया था कृष्ण ने
तब नहीं सुनी आवाज उनकी तो महाभारत हुआ
इतिहास से सीख लिया जाए तो महाभारत सामने क्योंकर आए ।
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