बेटियां खीच लेती है
सारा प्यार पापा का
और बेटा दीदियों से
प्यार खीच लेता है
और माँ से भी
कभी माँ ही पिता और
पिता ही माँ दोनों हो जाते है
अनचाहे कारणों से
तब प्यार बंट जाता है
बराबर बराबर
पर फिर भी बेटियां
पा जाती है ज्यादा प्यार
और बेटा बन जाता है संबल ।
सारा प्यार पापा का
और बेटा दीदियों से
प्यार खीच लेता है
और माँ से भी
कभी माँ ही पिता और
पिता ही माँ दोनों हो जाते है
अनचाहे कारणों से
तब प्यार बंट जाता है
बराबर बराबर
पर फिर भी बेटियां
पा जाती है ज्यादा प्यार
और बेटा बन जाता है संबल ।
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