कुछ लोगो को क्यों
घायल करते है अपने ही
पूरी शक्ति भर
पूरे सामर्थ्य भर
वे चाहे वो हो जिनपर
आश्रित होते है आप
चाहे वे हो जो
आपके ही टुकडे हैं
आप कहा कहा घायल हैं
आप भी नहीं जानते
बस रिस रहा है कुछ
हर तरफ से
जिसका इलाज नहीं
किसी के पास
हैं ,तो -----बस ------
छुपी हुयी सिसकियाँ ।
घायल करते है अपने ही
पूरी शक्ति भर
पूरे सामर्थ्य भर
वे चाहे वो हो जिनपर
आश्रित होते है आप
चाहे वे हो जो
आपके ही टुकडे हैं
आप कहा कहा घायल हैं
आप भी नहीं जानते
बस रिस रहा है कुछ
हर तरफ से
जिसका इलाज नहीं
किसी के पास
हैं ,तो -----बस ------
छुपी हुयी सिसकियाँ ।