1-इरादे देख कर तेरे अब चौकन्ना हो गया हूँ मैं
या तू मुझको मरेगा या अगला युद्ध हारेगा |
2-छल एक जीत दे सकती पर स्थाई नहीं होती
टिकने के लिए तो सबका ही विश्वास चाहिए |
3-अभिमन्यु को मारा था तो क्या युद्ध जीता था
कभी कुछ भेडिये मिल कर शेर को भी मार देते है
4-जितने लोग तेरे यहाँ व्यापार करते है ,
उतने तो हमारे सीमा पर कुर्बान होते है |
5-जितना तूने सबका खून बहा दिया ,
उससे कई गुना हमने दान कर दिया |
6-जितना तेरे घर में सब कुछ होता है ,
उतना तो हम खेत में ही छोड़ देते है |
७- लकीरें साथ है जिनकी जब तक
बुरे करम भी नहीं मार सकते है |
या तू मुझको मरेगा या अगला युद्ध हारेगा |
2-छल एक जीत दे सकती पर स्थाई नहीं होती
टिकने के लिए तो सबका ही विश्वास चाहिए |
3-अभिमन्यु को मारा था तो क्या युद्ध जीता था
कभी कुछ भेडिये मिल कर शेर को भी मार देते है
4-जितने लोग तेरे यहाँ व्यापार करते है ,
उतने तो हमारे सीमा पर कुर्बान होते है |
5-जितना तूने सबका खून बहा दिया ,
उससे कई गुना हमने दान कर दिया |
6-जितना तेरे घर में सब कुछ होता है ,
उतना तो हम खेत में ही छोड़ देते है |
७- लकीरें साथ है जिनकी जब तक
बुरे करम भी नहीं मार सकते है |
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