मंगलवार, 28 जून 2016

वो मुझसे मेरी धूप और सवेरा ले गया नीद की ख्वाईश थी तो अँधेरा ले गया ।

वो मुझसे मेरी धूप और सवेरा ले गया
नीद की ख्वाईश थी तो अँधेरा ले गया ।

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