आत्महत्या
अच्छा चढ़ गए
कुर्सी या स्टूल पर
बाँध लिया
पंखे मे रस्सी
फिर
थोडी दे रुके थे क्या
पंखे मे
रस्सी बाँधने से पहले ?
कुछ रुक कर सोचा क्या
और
जब बांधा था
या
गले मे डाली थी रस्सी
तो
आंखे नम थी क्या
या
बह रहा था पनाला
आंखो से या खून
फिर
कैसे कसा होगा गले मे
उस वक्त क्या था मन मे
मां पिता भाई बहन
कोई दोस्त या प्रेमिका
या सर्फ गुस्सा
पर किससे ?
खुद से या ?
पर एक पल भी
नही आया ख्याल
बहुत अपनो का
या फिर अपना ?
बहुत नशे मे थे क्या
की
कुछ होश ही नही था
या फिर
मौत
खुद नशा बन गई थी
उस पलायन के वक्त
कसा था फंदा
तो विचलित हुये क्या
अच्छा
सच सच बताओ
अन्तिम विचार क्या
आया था मन मे
माँ की चीखे
सुनाई पडी क्या
और
टूटा हुआ पिता
और भी सब
सचमुच वाले अपने
अच्छा
जब सरका दिया स्टूल
और झूल गये
पर मरे नही थे
क्या
तब मन मे आया
काश अब बच जाते
वो
अन्तिम इच्छा क्या थी
कायर कही के
तुम पैदा ही क्यो हुये
जब लड़ नही सकते थे
जीवन के लिए
जीवन से
अपने पिता अपनी माँ
और
अपनो के लिए खुद से ।
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