मंगलवार, 31 मई 2022

एकाकीपन

बहुत उदास है दिन 
राते तो उदास ही है
काफी दिनों से 
पर आगोश में नीद के 
उदासी खो जाती है कही 
पर दिन की उदासियाँ 
और एकाकीपन 
इनसे जूझना नहीं आता 
अपने से भाग जाने की 
कला नहीं सीख पाया मैं 
अभिमन्यु की तरह 
एक कला से महरूम 
रह गया मैं भी 
वो चक्रव्यूह तोड़ने को 
था आतुर 
और मैं तलाश रहा हूँ 
कोई चक्रव्यूह 
जिसमें एकाकीपन और 
उदासी का एहसास न हो ।

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