शनिवार, 13 अगस्त 2022

अच्छे दिन

मेरी व्यंग कविता का आनंद लीजिये ---

मोदी जी ने डुगडुगी बजवाया 
पूरे देश में मुनादी करवाया 
की अब तो अच्छे दिन आ गए है
चारो और ख़ुशी के बादल छा गए हैं 
सब पंद्रह पंद्रह लाख पा गए है 
खाने से लेकर सब्जी तक और 
डालर के दाम बहुत नीचे आ गए है 
चीन हमारी जमीन छोड़ भाग गया है 
पाक ने उस कश्मीर से बिस्तर बांध लिया है 
क्या क्या बताऊ और क्या क्या दिखाऊ 
बाहर निकलिए देखिये और 
अपने हिस्से का अच्छा दिन ले जाइये 
हमारे ऊपर अब सवाल मत उठाइए 
ये सुन कर सब गरीब और बेकार जागे
अपना अपना थैला उठा कर बाहर भागे 
पूछ आये हर संघी और भाजपाई दुकान पर 
हर संघी और भाजपाई के मकान पर 
कि भाई जी अच्छा दिन कहा है 
सचमुच किसी को कही दिखा है                   
हर कोई कुटिलता से मुस्करा रहा था 
बेचारा गरीब उदास हो वापस जा रहा था
और अच्छा दिन 
अदानी अम्बानी के महलो में ठहाके लगा रहा था

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