गुरुवार, 15 जून 2023

आत्महत्या

आत्महत्या 

अच्छा चढ़ गए कुर्सी या स्टूल पर 
बाँध लिया पंखे मे रस्सी 
फिर थोडी दे रुके थे क्या 
पंखे मे रस्सी बाँधने से पहले ?
कुछ रुक कर सोचा क्या 
और जब बांधा था 
या गले मे डाली थी रस्सी 
तो आँखे नम थी क्या 
या बह रहा था पनाला आंखो से
फिर कैसे कसा होगा गले मे 
उस वक्त क्या था मन मे 
मां पिता भाई बहन कोई दोस्त 
या प्रेमिका या सिर्फ़ गुस्सा 
पर किससे ? खुद से या ?
पर एक पल भी नही आया ख्याल 
बहुत अपनो काया फिर अपना ?
बहुत नशे मे थे क्या 
की कुछ होश ही नही था 
या फिर मौत खुद नशा बन गई थी
उस पलायन के वक्त  
कसा था फंदा तो विचलित हुये क्या 
अच्छा सच सच बताओ 
अन्तिम विचार क्या आया था मन मे 
माँ की चीखे सुनाई पडी क्या 
और टूटा हुआ पिता और भी सब 
सचमुच वाले अपने 
अच्छा जब सरका दिया स्टूल 
और झूल गये पर मरे नही थे 
क्या तब मन मे आया 
काश अब बच जाते 
वो अन्तिम इच्छा क्या थी 
कायर कही के 
तुम पैदा ही क्यो हुये 
जब लड़ नही सकते थे 
जीवन के लिए जीवन से 
अपने पिता अपनी माँ 
और अपनो के लिए खुद से ।

कोई टिप्पणी नहीं :

एक टिप्पणी भेजें