क्यों !
कुछ लोगो के जिम्मे होताहै
केवल विष पीना,
केवल विष पीना,
गोली खाना ,
सूली चढ़ना
या
या
केवल आलोचित होना
बार बार
उनमे से कुछ तों
उनमे से कुछ तों
महान हो जाते है
इतिहास के पन्नो में
परन्तु ऐसा भी तों होता है
इतिहास के पन्नो में
परन्तु ऐसा भी तों होता है
की कुछ लोग
रोज खाते है
रोज खाते है
गोली लोगो के इरादों की
पीते है विष
पीते है विष
लोगो की भावना की
चढते है सूली
चढते है सूली
लोगो की निगाहों की
खाते है केवल
खाते है केवल
आलोचना का खाना
पीते है गाली का पानी
सम्हल भी नहीं पाते है
पीते है गाली का पानी
सम्हल भी नहीं पाते है
की
दोहराई जाती है
दोहराई जाती है
यही कहानी
और
और
बार बार
दोहराई जाती रहती है
उसके जीवन भर
और
उसके जीवन भर
और
महान क्या
सामान्य भी नहीं हो पाते है
कोई विज्ञानं या मनोविज्ञान
इनकी कहानी
कोई विज्ञानं या मनोविज्ञान
इनकी कहानी
सुलझा नहीं पाता है
और
और
वे अपनी जिंदगी
सुलझाते सुलझाते
सुलझाते सुलझाते
इतने उलझ जाते है
की
की
मकड़ी के जाले में
फसे नजर आते है
और
और
वह क्या उसका भविष्य भी
भविष्य के गर्भ में होता है
ऐसा गर्भ !
जिसे
भविष्य के गर्भ में होता है
ऐसा गर्भ !
जिसे
अल्ट्रासाऊंड भी नहीं बता पाता है .
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