ये अधियाँ है पेड़ों को जड़ो से उखाड़ देती है
जीवन में आती है तो जीवन बिगाड़ देती है ।
इतना मत इतराओ अपने दौड़ने पर यारो
ये आंधियां है जो वक्त को भी पछाड़ देती है ।
जीवन में आती है तो जीवन बिगाड़ देती है ।
इतना मत इतराओ अपने दौड़ने पर यारो
ये आंधियां है जो वक्त को भी पछाड़ देती है ।
कोई टिप्पणी नहीं :
एक टिप्पणी भेजें