मजबूत हो गर आप चाहे जो खरीद लो
कलम हो जुबान हो या फिर जमीर हो ।
अंदाज क्या है लोगो की आशिकी का
गुलों की बात करते गोली मार देते हैं ।
इतने झूठ बोल कर अपना बनाये रखना
बाजीगरी है कैसी और क्या खूब हुनर है ।
कलम हो जुबान हो या फिर जमीर हो ।
अंदाज क्या है लोगो की आशिकी का
गुलों की बात करते गोली मार देते हैं ।
इतने झूठ बोल कर अपना बनाये रखना
बाजीगरी है कैसी और क्या खूब हुनर है ।
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