मस्ती क्या है मन से जीना
चाहे जो खाना या तो पीना
भूख लगी तो पानी खाया
प्यास लगी खारा जल है
ना खाया तो टोकेगा कौन
खूब पिया तो रोकगा कौन
पट्टी बाँध पेट पर सो जा
या अगस्त मुनी ही हो जा
चाहे जो खाना या तो पीना
भूख लगी तो पानी खाया
प्यास लगी खारा जल है
ना खाया तो टोकेगा कौन
खूब पिया तो रोकगा कौन
पट्टी बाँध पेट पर सो जा
या अगस्त मुनी ही हो जा
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