बुधवार, 17 जुलाई 2019

अपनो को बहलाता है ।

जो दिन भर हंसी
चेहरे पर चिपकाता है
अकेले मे रात को रोता
फिर
सुबह से मुस्कराता है
वो भी एक इन्सा है
जो खुद को
और
अपनो को बहलाता है ।
क्या कोई जानता है
कि
वो क्या कहलाता है ।

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