रविवार, 17 अक्तूबर 2021

मैंने कहा मिलते नहीं

मैंने कहा मिलते नहीं 

उसने कहा की क्यों मिले 

मैंने कहा बस चाय पर 

उसने कहा काफी पसंद 

मैंने कह वो ही सही 

उसने कहा रहने ही दो 

मैंने कहा ऐसा भी क्या 

उसने कहा ऐसा भी क्या 

कि ये भी सही वो भी सही 

टिकते नहीं तुम चाय पर 

तो भरोसा तुम पर क्यों 

कल भी टिकोगे या भगोगे 

मैंने कहा वादा रहा 

उसने कहा ज्यादा रहा 

जाने ही दो तुम भी चलो 

किसी और को देखो कही

उससे मिलो पर अब टलो 


 



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