रविवार, 12 दिसंबर 2021

रिश्तो की डाल

पेड की डाले भी 
अपने पेड को भी 
घायल कर देती है 
कभी कभी 
जब चलता है 
कोई तेज अंधड़ 
तो
सबसे ज्यादा 
सबसे हल्के पत्ते 
साथ छोड़ते है पेड का 
फिर 
हल्की डाले टूट कर
अलग हो जाती है 
पर 
ज्यादा मजबूत डाल 
जो ज्यादा जुडी होती है 
खुद लटक जाती है 
और 
साथ ही छील देती है 
पेड के तने को भी 
जिससे जुडी होती है वो 
कई बार बहुत ज्यादा
मजबूत जुडी डाल तो
गिरती है तो 
पेड को चीर देती है 
बीचो बीच से 
फिर पेड कमजोर हो जाता है 
बच गया तो बच गया 
वरना दूसरा तेज अंधड़ 
पेड को भी जमीदोज कर देता है 
पेड की ये कहानी
जिन्दगी पर भी तो लागू होती है 
और 
इंसानी रिश्तो पर भी ।

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