अब क्यों परेशान है हम बंदरो से
की वो उजाडे जा रहे है
हमारा बगीचा हमारी फुलवारी
खा जाते है हमारी चीज छीन कर
काट लेते है हमको आक्रमण कर
हमने भी तो उजाड़ दिए उनके घर
उनका बगीचा और जंगल
खत्म कर दिया उनके भोजन के साधन
बदर वही कर रहे है हमारे साथ
जो हमने किया है लगातार उनके साथ
आज बंदर है तो कल बाकी जानवर भी
आक्रमण करेंगे इंसानी आबादी पर
उनसे परेशान है
तो
उनको उनके घर में फिर से बसाए
उनके लिए फिर से जंगल उगाए ।
कोई टिप्पणी नहीं :
एक टिप्पणी भेजें