कुछ सम्बंध और दोस्तीयाँ
ओस की बूंद की तरह होते है
बहुत ही अच्छे लगते है
पर
हालात के बदलते ही
यानी
तेज धूप मे अचानक कही खो जाते है
हा
कुछ सम्बंध या दोस्तीयाँ
तवे पर गिरी
पानी की बूँद की तरह होती है
तवे से मिलते ही
छन्न से आवाज करती है
और
विलीन हो जाती है
और
आजकल के सम्बंध
और दोस्तीयाँ ऐसी ही होती है ।
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