देश के मालिक नागरिक
कभी भी बन सकते है अभियुक्त
आजादी मिल गई तो क्या
हक भी मांगोगे ?
मांगोगे रोटी और रोजगार
कपड़ा और मकान
और इतने बड़े अपराध में भी
अभियुक्त नही बनोगे ?
निकलोगे सड़क पर हाथ लहराते हुए
और नारे लगाते हुए
और डालोगे खलल
साहब बहादुर की नीद में
फिर भी अभियुक्त नही बनोगे ?
गीता में पढ़ाया है
सिर्फ कर्म करो सत्ताधीशों के लिए
और कोई इच्छा मत करो
और
ये नही मानने वाले को द्रोही माना जायेगा
देशद्रोही ,धर्मद्रोही और राजद्रोही ।
अभियुक्त अभियुक्त और अभियुक्त ।
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