ये सीधी सपाट सड़क बचपन है
पहाड़ की चढ़ाई जवानी है
और
रेगिस्तान में चलना बुढ़ापा है
इसी में कही नदी में तैरना
समुद्र की लहरों से खेलना
तारो को गिनना,चांद से बात करना
फूलो को सूंघना पत्तो को सहलाना
और बिला वजह दौड़ना
तथा
अनजाने गड्ढे में गिर जाना भी होता है ।
जीवन एक सवाल है और जवाब भी ।
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