शनिवार, 14 अगस्त 2010

मा का बेटा सीमा पर

माँ का बेटा सीमा पर है  कई रातो से वो सोई नहीं,
बेटे ने  भी नहीं   झुकाया अपनी माँ का शीश  वहां ,
चले गोलिया टैंक चले और हैण्ड ग्रेनेड मोर्टार चले  ,
बेटो में   झगडा  इसका था  सबसे आगे कौन  रहे , 
नहीं लजाया माँ के खूँ को धरती माँ पर चढ़ा दिया,
उसकी शहादत लजा ना जाये इसलिए माँ रोई नहीं.|.

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